खलीलाबाद के एक निजी अस्पताल में हर्निया के ऑपरेशन के दौरान कथित लापरवाही से 58 वर्षीय रन्नू प्रसाद की मौत हो गई। मृतक महुली क्षेत्र के काली जगदीशपुर गांव का रहने वाला था। परिजनों के अनुसार, रन्नू प्रसाद को एक महीने पहले हर्निया के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 11 दिन बाद उन्हें छुट्टी दी गई। पांच दिन बाद जब वे फिर अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने टांके पकने की बात कहकर उन्हें 15 दिन तक भर्ती रखा। रन्नू की तबीयत अचानक बिगड़ी।
अस्पताल कर्मी उन्हें एम्बुलेंस में दूसरे अस्पताल ले जाने लगे। परिजनों के पूछने पर उन्हें धमकाया गया। रास्ते में ही रन्नू की मौत हो गई। अस्पताल कर्मियों ने उनके स्मार्ट कार्ड, आधार कार्ड और मेडिकल पर्चा छीन लिया। मृतक की पत्नी जितना देवी ने तीन चिकित्सकों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने हर्निया की जगह पेट के दूसरे हिस्से में ऑपरेशन कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी रजनीश राय के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चल पाएगा। ग्रामीणों और परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया है।