सलेमपुर में मंडल भारतीय जनता पार्टी द्वारा जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म जयंती मनाया गया एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया, जिसके मुख्य अतिथि अजय कुमार शाही रहे तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य जटाशंकर दुबे रहे। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों का सदैव खुलकर विरोध करने वाले डॉ. मुखर्जी को एक ही देश में दो झंडे और दो निशान कदापि स्वीकार नहीं थे। कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने की शुरुआत सबसे पहले श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में कश्मीर से धारा 370 हटाकर डॉ. मुखर्जी के अधूरे सपनों को साकार किया है।
मंडल अध्यक्ष पुनीत यादव ने कहा कि डॉ. मुखर्जी आज भी एकीकृत भारत के लिए राष्ट्रवाद की सर्वाधिक बुलंद आवाज के रूप में जाने जाते हैं। वे अंग्रेजों द्वारा संस्थागत ढांचे के माध्यम से थोपे गये सांप्रदायिक विभाजन को समाप्त करने के प्रबल समर्थक रहे। एकीकृत कश्मीर के लिए उन्होंने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। इस दौरान डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर आगंतुकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अमरेश सिंह, दुर्गेश पाण्डेय, जिला मंत्री अभिषेक जायसवाल पूर्व विधायक काली प्रसाद, धनंजय चतुर्वेदी, त्रिपुणायक विश्वकर्मा अमर दत्त यादव, बृजेश कुमार उपाध्याय, विनय पांडे, अशोक तिवारी इंद्रजीत मौर्य, राजीव मिश्रा, राम प्रताप प्रजापति, शेषनाथ भाई, अनिल सिंह, अखिलेश योगी, भानु प्रताप, रवि कुशवाहा, अनूप मिश्रा, अशोक तिवारी, दयाशंकर तिवारी, अनिल ठाकुर, अशोक सिंह, शशांक त्रिपाठी, अवधेश मद्धेशिया, पुनीत पाठक, धनंजय चतुर्वेदी, आदि मौजूद रहे