खलीलाबाद ब्लॉक सभागार में गुरुवार को मनरेगा योजनाओं के तहत कराए गए कार्यों की सोशल ऑडिट को लेकर सोशल ऑडिट ब्लॉक एंटी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। यह सम्मेलन सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य पारदर्शिता, सहभागिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना था।
सम्मेलन में सोशल ऑडिट टीम के सभी सदस्यों को सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत निष्पक्षता से कार्य करने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में चेताया कि यदि किसी भी स्तर पर सोशल ऑडिट टीम भ्रष्टाचार को नजरअंदाज करती हुई पाई गई, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि गरीबों को उनके गांव में ही 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मनरेगा योजना चलाई जाती है। इसके अंतर्गत विगत एक वर्ष में कराए गए कार्यों की गुणवत्ता और निष्पादन की जांच सोशल ऑडिट टीम के माध्यम से की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभार्थियों को योजनाओं का पूरा लाभ मिले।
ब्लॉक स्तर पर आयोजित इस कांफ्रेंस में अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं व ग्राम स्तरीय प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। सभी ने मिलकर संकल्प लिया कि मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं में किसी भी तरह की अनियमितता या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।