औरैया उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव के साथ हुई मारपीट की घटना ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय सप्त ऋषि अखाड़ा के महामंडलेश्वर शिवम जी महाराज ने औरैया शहर में एक प्रेस वार्ता के दौरान अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस घटना को सनातन धर्म को नीचा दिखाने वाला बताया और निष्पक्ष जांच की मांग की।
महामंडलेश्वर शिवम जी महाराज ने कहा, पीड़ित कथावाचक ने अपनी पहचान छुपाकर कथा वाचन किया, जो एक अपराध है। हालांकि, व्यास पीठ पर बैठने के लिए किसी विशेष जाति का होना आवश्यक नहीं है। धर्म और कर्म के आधार पर कथा वाचन करना हर व्यक्ति का अधिकार है। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह सनातन धर्म की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है। आगे उन्होंने कहा कि जो भी राजनीतिक दल इस घटना को लेकर राजनीति कर रहे हैं। यह शोभनीय नहीं है और इस तरीके की राजनीतिक नहीं होनी चाहिए
उन्होंने दोनों पक्षों पर हुई कार्रवाई को लेकर कानून पर भरोसा जताया और प्रशासन से निष्पक्ष जांच के बाद उचित कार्रवाई करने की अपील की। महामंडलेश्वर ने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाएं सनातन धर्म की एकता और समन्वय की भावना के खिलाफ हैं, जो सभी को समान रूप से सम्मान देता है।