कुशीनगर प्रोटान शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के बैनर तले आज प्रदेश के समस्त जनपदों में विद्यालय विलय (स्कूल मर्जिंग) नीति के खिलाफ काला पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया गया। संघ के सभी सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया और सरकार की इस जनविरोधी नीति को अविलंब वापस लेने की मांग की।संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा.मनोज कुमार ने कहा कि विद्यालयों का मनमाना विलय न केवल शिक्षकों के हितों के खिलाफ है, बल्कि इससे ग्रामीण अंचलों में शिक्षा व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और स्कूलों की संख्या कम होने से बच्चों को शिक्षा से वंचित होना पड़ सकता है,और शिक्षकों की भूमिका भी प्रभावित होगी। प्रोटान शिक्षक संघ का स्पष्ट मानना है कि यह नीति “सार्वभौमिक,अनिवार्य एवं निशुल्क: शिक्षा” के मूल सिद्धांत के विरुद्ध है और इससे प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा प्रणाली को गहरा नुकसान पहुंचेगा।
प्रोटान शिक्षक संघ के प्रदेश प्रधान महासचिव विजय कुमार भारती ने सरकार से मांग की है कि विद्यालय मर्जिंग की नीति को तत्काल प्रभाव से रोका जाए और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए संसाधनों की संख्या बढ़ाई जाए ना कि विद्यालयों को बंद किया जाए। प्रोटान शिक्षक संघ की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रेखा रामचंद्रन जी ने कहा की यदि मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया, तो आगामी दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा और प्रदेशव्यापी चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
प्रोटान के प्रदेश पदाधिकारी आर.एल.गौतम, फूलचंद्र, राजकुमार सिंह, बालेन्द्र पटेल,सुधीर पाल,संदीप कुमार यादव, रामदास परनाल, संतोष विक्रम सिंह,सुशील कुमार पटेल,नीरजकान्त भास्कर, रामदयाल चौरसिया,नफ्फीस सिद्दीकी, नारायण सागर, धर्मशील एवं अन्य ने प्रमुख रूप से काली पट्टी आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हुए।