जल जीवन मिशन हर घर जल योजना नमामि गंगे जैसी योजनाओं को ठेकेदार व अधिशासी अभियंता लग रहे पलीता मामला जनपद लखीमपुर खीरी के विकासखंड फूलबेहड़ की ग्राम पंचायत पिपरावन का है जहां निर्धारित समय के डेढ़ साल बाद भी ठेकेदार और अधिशासी अभियंता की मनमानी के चलते आज भी टंकी अधूरी पड़ी है जिसका खामियाजा ग्राम वासियों को अशुद्ध पानी पीकर भुगतना पड़ रहा है हमारी टीम द्वारा मौके पर पहुंच कर देखा गया कि कार्यस्थल पर लगे बोर्ड में कार्य प्रारंभ होने की तिथि 30 नवंबर 2021 तथा कार्य समाप्त की तिथि 29 मई 2023 अंकित है और स्वीकृत धनराशि 278.70 लख रुपए शासन द्वारा की गई है जो विश्वसनीय सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कुछ पैसे का भुगतान भी किया जा चुका है जिसे माने तो संबंधित अधिकारी कहीं ना कहीं बड़ा गोलमाल कर रहे हैं अधिकारियों की मिली भगत व ठेकेदार की मनमानी से ग्रामीणों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है सरकार लोगों को अशुद्ध पानी पीने से निजात दिलाने के लिए यह योजना बनाई थी लेकिन अधिकारियों के मनमाने रवैया से टंकी का निर्माण अधूरा कर छोड़ दिया गया है इस संबंध में अधिशासी अभियंता योगेंद्र कुमार नीरज से बात की गई तो उन्होंने जल भराव की समस्या का बहाना बनाते हुए बात को टाल दिया गया और कोई उत्तर नहीं दिया गया जिसकी जानकारी ग्राम वासियों से ली गई तो बताया गया की जल भराव की समस्या कुछ दिन रही थी लेकिन कार्य आज भी अधूरा पड़ा हुआ है देखा जाए तो ट़की निर्माण की जगह समतल से लगभग 10 फीट गहरी बनाई गई है
जिसमें जल भराव की समस्या कभी खत्म न होने जैसी बनी रहेगी शुद्ध स्वच्छ पानी की चाहत में ग्रामीणों के सपनों की आस टूटने लगी है इस पाइपलाइन से सप्लाई जिसमे लगभग 4000 आबादी को पानी की सप्लाई होना है उपरोक्त गांव मैं रहने वाले व्यक्ति गंदा पानी पीने को विवश है जिसकी शिकायत गौतम दीक्षित के द्वारा मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर शिकायत करी गई है अब यह देखना है कि जल जीवन मिशन धरातल पर काम कर रहा है या कागजी कोरम पूरा कर सरकार को खुश रखने का संबंधित अधिकारी कार्य करेंगे और अपनी तिजोरी को भरते रहेंगे इस ग्राम पंचायत की पूरी स्वच्छ पेयजल पूर्ति करीब डेढ़ साल से अधिक बिगड़ी चल रही है यहां के ग्रामीण इसकी शिकायत कर चुके हैं पर यह जल मिशन के जिम्मेदार लोगों केवल अपना मिशन कागजों पर ही पूर्ण कर रहे हैं और एक बड़े घोटाले को जन्म दे रहे हैं।