लखीमपुर खीरी जनपद के रामापुर क्षेत्र में अवैध तरीके से संचालित माहेश्वरी हॉस्पिटल आम जनता की जिंदगी से खुला खिलवाड़ कर रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह अस्पताल कई वर्षों से बिना पंजीकरण के चल रहा है और इसकी पूरी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत माह एक महिला की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। इतना ही नहीं, आए दिन अस्पताल के बाहर तीमारदारों और इलाज कराने आए लोगों के बीच विवाद और झगड़े की घटनाएं होती रहती हैं, जिससे माहौल अशांत रहता है।
स्थानीय निवासियों ने कई बार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया कि माहेश्वरी हॉस्पिटल में बिना प्रशिक्षित डॉक्टरों और बिना जरूरी सुविधाओं के गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा रहा है, जिससे मरीजों की जान पर हर दिन खतरा मंडरा रहा है। सूत्रों का दावा है कि CMO ऑफिस को बार-बार सूचना दी गई, लेकिन विभागीय कार्रवाई सिर्फ फाइलों तक सीमित है।
लोगों में चर्चा है कि कहीं मोटी रकम लेकर जिम्मेदार अधिकारी आँखें मूंदे बैठे तो नहीं हैं? ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी जिले में अवैध अस्पतालों के कारण कई बार मरीजों की मौतें हो चुकी हैं। ऐसे में माहेश्वरी हॉस्पिटल पर कार्रवाई टालना एक और बड़ी अनहोनी को खुला न्योता देने जैसा है।
जनता ने चेतावनी दी है कि अगर स्वास्थ्य विभाग ने जल्द सख्त कदम नहीं उठाए तो वे व्यापक धरना-प्रदर्शन कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे। अब देखना होगा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कब तक अपनी चुप्पी तोड़ते हैं और रामपुर के इस अवैध अस्पताल पर कब लगाम कसते हैं।