Thursday, August 28, 2025
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बढ़नी के रेलवे स्टेशन की मुख्य द्वार पर गेट नंबर 2 बना अतिक्रमण का शिकार आने जाने वाले आगंतुक को होती है मुसीबत !

नेपाल सीमा क्षेत्र का अमृत भारत तहत निर्माण हो रहा है आने जाने वाले आतंकी के लिए एक्सीलेटर सीढ़ी व्यवस्था हो रहा है सुंदरता ढाका जरा बढ़नी रेलवे स्टेशन लेकिन रेलवे की मुख्य द्वार गेट नंबर 2 पर दुकानदारों ने जड़ जमा रखा है आखिर किसके आदेश पर लगती है दुकानें

अंतर्राष्ट्रीय सीमा बॉर्डर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक का रेलवे बढ़नी रेलवे स्टेशन है जो अमृत भारत योजना के तहत सुंदरीकरण से ढका जा रहा है गेट नंबर 1 गेट नंबर 2 से आने-जाने यात्रियों के लिए सुविधाजनक यात्री पार्किंग आने जाने वाले गेट नंबर 2 से निकास दिया गया है लेकिन स्टेशन के गेट नंबर 2 अतिक्रमण का शिकार बना हुआ है आने जाने वाले आगंतुकों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है गेट नंबर 2 के बाहर तमाम गुमटी के दुकान चाय की दुकान पान धाबली लगे रहते हैं रेलवे की बाहरी टीम कई बार आने पर हटा दिए जाते हैं आखिर किसके आदेश से दुकान लगती है कई बार ब्लॉक के प्रभारी डॉक्टर अपनी गाड़ी लेकर थोड़ी देर के लिए खड़ा करने पर दिक्कत की सामना करना पड़ता है vip अधिकारी गाड़ी एवं SSB छोटी गाड़ियों से आकर स्टेशन से पहुंचने पर लोगों को खड़ा करने में मुसीबत झेलना पड़ता है लेकिन दुकानदारों को बाज नहीं आता है की अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन सुंदरीकरण हो रहा है गुमटियों के लगने से स्टेशन की सुंदरता धारा की धरा रह जाता है रेल विभाग से बात होने पर तत्काल हटवाने की बात कह देते हैं लेकिन दुकानदार की मिली भगत नहीं जाता पाते हैं दुकानदारों को पत्रकार से बात होने पर अपनी रोजी-रोटी की बात करते हैं अतिक्रमण अभियान होने पर हटा लेते हैं कहते हैं मेरी रोजी-रोटी है जब किसी का आदेश आएगा मैं हटा लूंगा आखिर में भी B श्रेणी स्टेशन होने पर कहीं भी रेलवे के गेट पर दुकान नहीं लगती है

दुकानदार यात्रियों से लड़ने झगड़ने में अपनी ताकत दिखाते हैं कई बार यात्रियों के साथ लड़ाई झगड़े हुए हैं यात्रियों की भी मजबूरी है कई बार शिकायत करने पर कोई सुनने वाला नहीं है भारत नेपाल सीमा पर स्थित बढ़नी रेलवे स्टेशन एक महत्वपूर्ण यात्रियों के लिए पार्किंग बनाया गया है क्योंकि नेपाल या बाहर से लोगों का छोटे से बड़े वाहन खड़े हो जाते हैं लेकिन मनमानी वसूली के कारण गाड़ी वहां वाले या मुंबई पहुंचने वाले अपनी गाड़ियों को रोड के किनारे सैकड़ो संख्या में सुबह खड़ा कर देते हैं जो मुंबई जाते हैं वह सड़कों पर जाम लगे रहते हैं घंटो घंटो जाम के कारण स्कूल के बच्चों की वहां यात्रियों को आने जाने वाले को वहां कई घंटे जाम में खड़े रहते हैं अतिक्रमण होने के कारण जाम की समस्या झेलना पड़ता है जिस कारण कई यात्रियों को ट्रेनिंग छूट जाती हैं प्राइवेट बसों को बुक कर कर मुंह महगा पैसा देकर यात्री लखनऊ तक जाते हैं फिर वहां से ट्रेन मुंबई के लिए पढ़ते हैं टिकट लेने में रिजर्वेशन कराने में गांव से आए यात्रियों के लिए भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है समय खड़की की न खुलने पर न टिकट मिलने पर यात्री निराश होकर घर चले आते हैं प्राइवेट जगह पर टिकट कटवाने पर हजार 500 एक्स्ट्रा देने पर दिल्ली से मुंबई का टिकट बनता है आखिर रेल प्रशासन मौन क्यों है RPF आरपीएफ की पूरी व्यवस्था होने के कारण गेट नंबर 1 से गेट नंबर 2 शाम के समय ग्गस्त की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे बाहर गेट पर अतिक्रमण एवं गुमटियों की दुकानदारों को RPF स्वयं हटा सकती है आखिर किसके इशारे पर दुकानदार अपनी दुकान को सजाये रखे हैं रेलवे स्टेशन के अगल बगल के लोग बताते हैं लोकल व्यक्ति की व्यवस्था होने के कारण दुकानदार जमे हुए हैं

इनको हटाना बड़ा मुश्किल होता है कई बार हम भी कहते हैं लेकिन दुकानदारों को सुदृढ़ व्यवस्था दी गई है जिस कारण नहीं हटते हैं दोपहर 3:00 के बाद रात्रि 10:00 बजे तक रेलवे स्टेशन पर नेपाल सीमा बॉर्डर होने के कारण ट्रैकों को भारी जाम होने पर या होटल दुकानदारों अतिक्रमण होने के कारण तीन-तीन घंटे से जाम की समस्या ट्रेन आने पर बनी रहती है जिसके कारण आवागमन बाधित रहता है कुछ लोगों का कहना है कई बार गोरखपुर जाने पर या सिद्धार्थनगर जाने पर प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन जाने पर हमारी ट्रेन छूट जाती है प्राइवेट बस की व्यवस्था कर कर लोग गोरखपुर जाते हैं रेलवे स्टेशन पर कैंटीन की व्यवस्था पर्याप्त है एक नंबर से दो नंबर पर रेलवे स्टेशन के बाहरी गेट पर उत्तर तरफ दुकान दार अपनी दुकान लगाए हैं तो आखिर मुख्य गेट रेलवे पर दुकान क्यों लगे हैं रेल प्रशासन की मौन के कारण अमृत भारत रेलवे स्टेशन बढ़नी दुर्दशा का शिकार बना हुआ है

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