।। प्रभू श्रीराम ही इस जगत के पालनहार हैं।जिसके कर्म हुए राममय उसी का बेड़ा पार है ।।
प्रयागराज। प्रभू श्रीराम ने ही अपने कर्मपथ से मानव के मूल कर्तव्यों की विवेचना त्रेतायुग में की है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने बतौर मुख्य अतिथि माँ शीतला रामलीला समिति आम्बा के व्यास जी सहित समस्त पदाधिकारियों एवं रामलीला प्रांगण में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों तथा श्रद्धालुजनों एवं दर्शकों के बीच मनाए जा रहे भव्य दशहरा कार्यक्रम के दिन आम्बा कौंधियारा प्रयागराज में कही।संज्ञानित कराते चले कि 27 वर्षों से आम्बा कौंधियारा प्रयागराज में यह रामलीला का आयोजन निरन्तर होता चला आ रहा है जिसमें दशहरा कार्यक्रम के दिन मुख्य अतिथि के रूप जिला मंत्री राजेश तिवारी पधारे हुए थे और साथ में विशिष्ट अतिथि के रुप में वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला एवं हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी तथा जयदीप तिवारी हनुमानगढ़ी चित्रकूट सहित अन्य विशिष्ट जनों के साथ अनेक गणमान्य जनों ने इस आयोजन में शिरकत की साथ ही साथ माँ शीतला रामलीला समिति के पदाधिरियों सहित पूरा रामलीला परिसर खचाखच श्रद्धालुओं एवं दर्शकों से भरा रहा और साथ में ही मिष्ठानों सहित अन्य वस्तुओं की आकर्षक दुकानें सजी रहीं।सर्वप्रथम रामलीला समिति के अध्यक्ष राम सहाय ओझा ने मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा प्रभू श्रीराम एवं लक्ष्मण तथा बजरंग बली को माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रभू श्रीराम ने ही अपने कर्मपथ से मानव के मूल कर्तव्यों की विवेचना त्रेतायुग में की है जिससे मनुष्य उनके दिखाए गए मार्गों का अनुशरण कर अपने मानव जीवन को परिपूर्ण बना सकते हैं।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि सनातन धर्म इस संसार का सबसे प्राचीनतम धर्म है जिसका उद्गम ऋषि मुनियों द्वारा हुआ है।जिला मंत्री ने ऐसे साहित्यिक कार्यक्रमों जिससे मानव समाज का कल्याण हो उसे आगे बढ़ाने पर विशेष बल दिया।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि प्रभू श्रीराम ही इस जगत के पालनहार हैं, जिसके कर्म हुए राममय उसी का बेड़ा पार है।जिला मंत्री ने माँ शीतला रामलीला समिति के पदाधिरियों की भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि अतुल ओझा(युवराज) की देन है जो इस महान कार्यक्रम में सहभागिता का अवसर प्राप्त हुआ।इस साहित्यिक एवं धार्मिक परिणिति के शुभ अवसर पर रामलीला समिति के संस्थापक अध्यक्ष राम सहाय ओझा,अतुल ओझा युवराज उप संचालक,राम बाबू ओझा,कमलेश ओझा,आयुष ओझा,बृजेश ओझा सहित रामलीला समिति के अन्य कलाकार एवं बहुत से श्रद्धालुजन एवं दर्शक उपस्थित रहे।