कुशीनगर जनपद के पड़रौना कोतवाली क्षेत्र के धोबीघटवा निवासी रामरती देवी पत्नी स्व रामजी ने पुलिस अधीक्षक कुशीनगर को अपने बेटे अपने पतोहु अपने नाती के ऊपर एक गंभीर आरोप लगाते हुए एक प्रार्थना पत्र सौपा ।एक तरफ जहां योगी सरकार जीरो ट्रांसलेंस की बात करती है तो वहीं कुशीनगर में एक वृद्ध महिला न्याय पाने के लिए दर दर की ठोकर खाने पर मजबूर है वृद्ध महिला ने पुलिस अधीक्षक कुशीनगर को दिए शिकायती पत्र में बताया है कि हमारे लड़के तथा हमारी पतोहु व नाति यह सभी लोग मिलकर के मुझे मारपीट कर मेरे ही घर से बाहर निकाल दिए हैं तथा मुझे जान से मारने पर आमदा हो चुके हैं लाचार और विवस होकर मैं अपनी लड़की के वहां शरण लेने पर मजबूर हूं काश ऐसी ही अगर बुजुर्ग और लाचार महिलाओं के ऊपर इस तरह के व्यवहार उनके परिवार या बेटों के द्वारा किया जाता है तो यह कथन विचारणीय है कि घर की बुजुर्ग महिला किस तरह से दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो रही हैं जहां सरकार एक तरफ सब की सुरक्षा मुहैया करा रही है तथा हर संसाधनों का उपयोग करते हुए सुखी और खुशहाल जीवन जीने का दावा कर रही है तो वही कुशीनगर जनपद में ऐसा मामला सामने आता है
जहां अपनी ही कमाई से बने हुए घर जमीन जायदाद सब एक पुत्र के द्वारा जबरन कब्जा करते हुए बेचने का भी काम किया जाता है और एक वृद्ध मां को घर से बाहर करते हुए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर कर दिया जाता है बेचारी वृद्ध और बुजुर्ग मां दुखी होकर अपने दुखों का बयान करती है फिलहाल इसकी पूरी पुष्टि हमारा अखबार के द्वारा नहीं की जाती है यह सभी आप एक वृद्ध और बुजुर्ग मां के द्वारा कही गई बातों से सामने आती हैं फिलहाल अब देखने वाली बात होगी कुशीनगर जनपद की आला अधिकारी इस मामले में क्या न्याय कर पाते हैं कि नहीं। फिलहाल अब देखने वाली बात होगी कुशीनगर क्या जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।