लखनऊ, बीकेटी: बक्शी का तालाब तहसील के पहाड़पुर गांव में आबादी के बीच संचालित एक फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले धुएं और प्रदूषित पानी ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर दिया है। इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों और नेताओं से शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। परेशान ग्रामीण अब आंदोलन करने की तैयारी में हैं। ग्राम प्रधान संतोष रावत ने बताया कि फैक्ट्री का विषाक्त पानी सीधे जमीन में छोड़ा जा रहा है, जिससे पानी और मिट्टी प्रदूषित हो रहे हैं। इस वजह से खेती बर्बाद हो रही है और कई लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। फैक्ट्री की चिमनी से निकलने वाले धुएं के कण आंखों और सांस के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहे हैं। अतरौरा, धरौरा और अन्य कई गांव इस प्रदूषण की चपेट में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को बार-बार शिकायतें दी गईं, लेकिन हर बार केवल औपचारिकता निभाई गई।
न तो फैक्ट्री पर कोई सख्त कदम उठाया गया और न ही प्रदूषण को रोकने के उपाय किए गए। ग्रामीणों ने अपनी समस्या लेकर समाजसेवी तिरंगा महाराज से गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि मामले में उप जिलाधिकारी और विधायक को भी लिखित शिकायत दी गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। तिरंगा महाराज का कहना है,अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन करना ही पड़ेगा। मुख्यमंत्री तक इस मुद्दे को ले जाया जाएगा। गांववालों का कहना है कि फैक्ट्री मालिक सरकार और जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए “दवाई विद रजाई” जैसे कार्यक्रम चला रहा है, ताकि असली समस्या से ध्यान हटाया जा सके।ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
उनका कहना है कि फैक्ट्री से निकलने वाले जहर से वे अपनी और आने वाली पीढ़ी का भविष्य खराब होते नहीं देख सकते।यह सवाल उठता है कि जहरीली फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई में इतनी देरी क्यों हो रही है। ग्रामीणों और समाजसेवियों की लगातार कोशिशों के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। अब यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाए और ग्रामीणों को राहत प्रदान करे।