सीतापुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, (1160) ने एक मांग पत्र के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिक्षक हितों से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान देने हेतु अनुरोध करते हुए जिलाधिकारी सीतापुर को सोमवार को एक मांग पत्र सौंपा है। संघ के ज़िलाध्यक्ष सुरेन्द्र गुप्ता एवं प्रांतीय संयुक्तमंत्री व जिलामंत्री खुशतर रहमान खां द्वारा ये पत्र सौंपते हुए बताया गया कि शिक्षकों की प्रोन्नत वेतनमान, पदोन्नति एवं स्थानांतरण की समस्याओं का निराकरण अभी तक नहीं हो पाया है। विशेष रूप से परिषदीय शिक्षकों की वर्षों से लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ है।
पत्र में प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर (विलय) की प्रक्रिया को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई है। 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के मर्ज की योजना को शिक्षकों एवं छात्रों के हित में प्रतिकूल बताया गया है। संघ का कहना है कि इससे शिक्षकों का मनोबल टूट रहा है और छात्रों को दूर-दराज के विद्यालयों में जाने की बाध्यता उत्पन्न हो रही है, जिससे उनकी उपस्थिति और शिक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
संघ ने यह भी बताया है कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 80 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति की शर्त को लागू किया जा रहा है, जबकि विद्यालय मर्जर के कारण विद्यालयों में नामांकन तो बढ़ेगा लेकिन दूरी अधिक होने से छात्र उपस्थिति प्रभावित होना स्वाभाविक है। ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों की कमी और अभिभावकों की मूलभूत समस्याओं के रहते बच्चों को स्कूल लाना-ले जाना आसान नहीं होगा।प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांग की है कि विद्यालय मर्जर की वर्तमान व्यवस्था को तत्काल निरस्त किया जाए, जिन विद्यालयों को मर्ज करने के आदेश पारित हुए हैं, उन्हें वापस लिया जाए।, शिक्षकों को उन