इस संगोष्ठी में मुख्य अथिति रहे डॉ. हरेश प्रताप सिंह (माननीय सदस्य लोक सेवा आयोग, उ०प्र०), विशिष्ट अतिथि प्रो. विनीता यादव (परीक्षा नियंत्रक, प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय प्रयागराज मुख्य वक्ता – प्रो उमाशंकर मिश्र ने जैविक खेती में बीजामृत, घनामृत आदि पर जैविक खेती में उपयोग को बताया गया तथा प्रथम तकनीकी सत्र के अध्यक्ष प्रो. दिनेश मणि विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान (इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज में मृदा स्वास्थ्य पर जैविक कृषि का योगदान और रासायनिक उर्वरको का मृदा में दुष्प्रभाव पर विचार प्रकट किये।
प्रो एल. सोबिता देवी (विभागाध्यक्ष पादप रोग विज्ञान) ने नीम की खली द्वारा पादप संरक्षण कैसे हो इस पर विचार प्रकट किया। तृतीय तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. आशुतोष कुमार सिंह (IIIT, प्रयागराज) ने अपने विचार प्रकट किये युवा कृषि क्रान्ति ट्रस्ट के अध्यक्ष और कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राजेन्द्र प्रसाद (कृषि संकाय अधिष्ठाता, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय, प्रयागराज) ने जैविक कृषि पर अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि आईसीएआर द्वारा मौसम में हो परिवर्तन के आधार पर 109 प्रजाति के बीजो का लोकार्पण किया। जो अलग-2 फसलों से हैं। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से कृषक ज्योति कृषि पत्रिका का विमोचन में संगोष्ठी में आए सभी अतिथियों द्वारा किया गया । पूर्व कृषि संकाय अध्यक्ष एवं विभागाअध्यक्ष प्रो. रामकिशोर शर्मा के स्मृति में डॉ. हरिशंकर पांडेय द्वारा लाइफ टाइम्स अचिवमेंट अवार्ड डॉ राजेंद्र प्रसाद को प्रदान किया गया । इसमें कार्यक्रम में पुरस्कार रूप में बेस्ट फार्मर अवॉर्ड – श्री कपिल देव तिवारी, शिवकुमार जी को दिया गया। इनोवेटिव टीचर अवार्ड -डॉ शशिकान्त तिवारी एवं सौम्या तिवारी को दिया गया , बेस्ट स्टूडेंट अवार्ड अंकित कनौजिया, शुभम त्रिपाठी, एक्सीलेंट स्टूडेंट अवार्ड आलोक तिवारी, आदर्श तिवारी, बेस्ट टीचर अवार्ड -प्रो. विकास जी, यंग साइंस्टिस्ट अवार्ड – श्री विनय सिंह जी एवं बेस्ट एटंरप्युनोर अवार्ड मे विनीता उपाध्याय आदि सभी को सम्मानित किया गया ।