अतिथियों ने नवविवाहितों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखमय और सफल वैवाहिक जीवन की कामना की
देवरिया,, 10 दिसंबर। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित “मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना” के अंतर्गत जनपद देवरिया में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज, देवरिया के प्रांगण में संपन्न हुआ, जिसमें 221 जोड़ों ने वैवाहिक जीवन में प्रवेश किया। 210 जोड़ों का विवाह पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के साथ तथा 11 जोड़ों का निकाह मुस्लिम रीति के अनुसार सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, राज्य मंत्री (ग्राम्य एवं समग्र विकास तथा ग्रामीण अभियंत्रण) उपस्थित रहीं। उनके साथ रामप्रकाश यादव (प्रतिनिधि श्री रमाशंकर विद्यार्थी, मा० सांसद, सलेमपुर), नवीन शाही (प्रतिनिधि मा० कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही), राजू मणि (प्रतिनिधि मा० एमएलसी श्री देवेंद्र प्रताप सिंह), मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, देवरिया जिला श्रम अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी और संबंधित खंड विकास अधिकारी मौजूद रहे। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने नव दंपतियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्य अतिथि राज्यमंत्री श्रीमती गौतम ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखमय और सफल वैवाहिक जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना की वजह से गरीब अभिभावकों को भी अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करने का अवसर मिल रहा है। आर्थिक कठिनाइयों की वजह से गरीब परिवारों को अपनी बेटियों की शादी का खर्च उठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस योजना के चलते कई गरीबों के सपने साकार हुए हैं। योजना के तहत खुशी व गाजे-बाजे व भव्य आयोजनों के साथ उनकी भी शादी हो रही है।
मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय ने नव दंपतियों के मंगलमय जीवन की कामना की तथा अतिथियों के प्रति आभार जताया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग, और सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत प्रत्येक जोड़े पर ₹51,000 व्यय किए जाते हैं। इसमें ₹35,000 कन्या के खाते में अंतरित किए जाते हैं, ₹10,000 गृहस्थी सामग्री, वस्त्र और आभूषण के लिए दिए जाते हैं, और ₹6,000 भोजन व टेंट आदि की व्यवस्था पर खर्च किए जाते हैं। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया और नवविवाहित जोड़ों को उनके सुखी एवं सफल वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद प्रदान किया।