गोपाष्टमी उत्सव के पर्व पर नंदनी गौ धाम के संचालक अनंतराम पाठक ने कार्यक्रम का आयोजन किया
इस पर्व की महत्वा को सीमा जागरण मंच के जिला अध्यक्ष श्री सत्य प्रकाश धर द्विवेदी ने बताया कि मनुष्यों और गायों के बीच मौजूद दिव्य और पारस्परिक रूप से लाभकारी रिश्ते का उत्सव है। यह इन कोमल प्राणियों के लिए सांस्कृतिक और धार्मिक श्रद्धा को उजागर करता है। एक युवा लड़के के रूप में, भगवान कृष्ण को गायों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जो गायों के रक्षक (गोपाल) के रूप में उनकी भूमिका का प्रतिनिधित्व करता है। यह त्योहार उस दिन का भी स्मरण करता है जिस दिन उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। गोपाष्टमी के पौराणिक महत्व की एक परीक्षा हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जिस दिन गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाता है वह वह दिन है जब युवा कृष्ण ने बछड़ों (बाल गोपाला) की देखभाल से गायों (गोपाल) की देखभाल करना शुरू किया था। क्योंकि यह कृष्ण की बढ़ती जिम्मेदारी और गायों और पर्यावरण के रक्षक के रूप में उनकी भूमिका का उदाहरण है, यह घटना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इन दोनों चीजों का प्रतिनिधित्व करती है
इसी लिये गोपाष्टमी उत्सव बड़ा महत्व पूर्ण है
इस मौके पर राम पाठक दीनानाथ श्री तुला राम पाठक वरिष्ठ गौ सेवक श्री दिनेश सिंह श्री ब्रजेश पाठक उर्फ बब्लू पाठक श्री अमित मिश्रा श्री संत मौर्या
बाबूलाल आदि लोग उपस्थित रहे