बिगत बर्षो की तरह इस बर्ष भी इस्लामिक नया बर्ष यानी मोहर्रम की शुरुआत हो जाती है इस दौरान नगर में स्तिथ इमामबाड़ों अलम से सजाया जाता है और मंजिलिसो का दौर भी शुरू हो जाता है इस दौरान सैकड़ो की संख्या में मन्नत मांगने वालों का आना जाना रहता है
गौरतलब है बीते कई बर्षो से लगतार इमाम हुसैन की याद में मोहर्रम की पांच तारीक को बड़े इमामबाड़े के प्रबंधक इमाम खान,व उपाध्यक्ष सगीर खान की देखरेख में अलम का तख्त निकाला जाता है जिसकी शुरुआत मोहल्ला गाड़ीखाना से होकर पुराना थाना,इलाहाबाद बैंक मैदान,सब्जी मंडी,पुराना बाजार होते हुये अपने स्थान पर समाप्त होता है जिसमे सैकड़ो की संख्या में अक़ीक़दमंदो की मौजूदगी रहती है
अलम के तख्त के साथ निकली ढाल सवारी
कदौरा/जालौन, मोहर्रम की पांच को अलम के तख्त के साथ अलाव कमेटी के प्रबंधक मो यूनुस कल्लू कामरेड की देखरेख में सैय्यदों दूल्हा की सवारी यानी ढाल सवारी का जुलूस भी निकाला जाता है, इमाम हुसैन की याद में नगर भृमण के दौरान जगह जगह दूल्हा सैय्यद ढाल सवारी का प्रदर्शन भी करते है
इस दौरान बड़े इमामबाड़े के प्रबंधक ने जानकारी देते हुये बताया कि हजरते इमाम हुसैन की याद में मोहर्रम की पांच को आलम का जुलूस निकाला जाता है उन्होने आगे बताया कि यजीदियों की फौज के आगे इमाम हुसैन ने अपना सर नही झुकाया बल्कि अपने सिर के साथ अपने 71 जानसिनो को भी कुर्बान कर दिया
इस दौरान,मो यूनुस,इमाम खान,सगीर खान,इदरीस खान, सगीर खान, राजा,मुन्ना,अयान खान,राज खान,मैजान खान,मोहसिन खान,रंजे खान,भैय्यन खान,साकिर खान,सरीफ खान,आफताब अहमद,भैय्या जी,कलीम खान,सानू सलमानी,निजामी खान,जसीम खान,आदि सैकड़ो की संख्या में अक़ीक़दमंदो की मौजूदगी रही