भारत में गर्मियों का मौसम आते ही ‘फलों का राजा’ आम बाजारों में अपनी रौनक और सुगंध बिखेरने लगता है. आम के सीजन की शुरुआत में क़ीमतें आसमान पर थीं. लेकिन अब आवक बढ़ने के साथ ही आम की कीमतों में भारी गिरावट देखी जा रही है. यह खबर आम प्रेमियों के लिए तो राहत भारी है, लेकिन किसानों और व्यापारियों के लिए टेंशन बढ़ गई है.
देश के कई राज्यों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख आम उत्पादक राज्यों में आम की आवक में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. इसके आलावा अन्य मंडियों में भी आम की लोकप्रिय किस्मों की भारी सप्लाई से क़ीमतों पर काफी प्रभाव पड़ा है.
राजस्थान के नागौर और अजमेर की मंडियों में दशहरी आम 40-50 रुपये प्रति किलो, लंगड़ा 60-70 रुपये प्रति किलो, और बादामी 90-100 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहे हैं. हालांकि ये कीमतें खुदरा बाजारों में अधिक है. इसलिए थोक व्यापारियों को ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. व्यापारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में आपूर्ति और बढ़ने से कीमतें और कम होंगी.